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________________ (४६) १२ आषाढ़ कृष्णा षष्ठो शतभिषा नक्षत्र में वासुपूज्य भगवान का गर्भ कल्याणक हुआ। ___ १३ ज्येष्ठ सुदी दशमी उत्तरा भाद्रपद में विमलनाथ भगवान का गर्भावतरण हुआ। ___ १४ कार्तिक सुदी प्रतिपदा में अनन्तनाथ भगवान का गर्भावतरण हुआ ! १५ बैशाख कृष्णा त्रयोदशी के दिन रेवती नक्षत्र में धर्मनाथ भगवान का गर्भावतरण हुआ। १६ भाद्रपद सुदी सप्तमी भरणी नक्षत्र में शान्तिनाथ भगवान का गर्भ कल्याणक हुआ। १७ श्रावण सुदी दशमी कृतिका नक्षत्र में श्री कुन्थुनाथ भगवान का गर्भावतरण हुआ। १८ फाल्गुन शुक्ला तृतीया रेवती नक्षत्र में परनाथ भगवान गर्भ में आये। १९ चैत्र शुक्ला प्रतिपदा अश्विनी नक्षत्र में मल्लिनाथ भगवान् गर्भ में आये। ___ २० श्रावण सुदी द्वितीया को श्रवण नक्षत्र में मुनिसुव्रत तीर्थकर का गर्भावतरण हुआ। २१ आसोज वदी द्वितीया अश्विनी नक्षत्र में नभिनाथ तीर्थकर का गर्भावतरण हुआ। २२ कार्तिक सुदी षष्ठो उत्तराषाढ़ नक्षत्र में नेमिनाथ तीर्थङ्कर का गर्भावतरण हुआ । २३ बैशाख कृष्णा द्वितीया, विशाखा नक्षत्रमें श्री पार्श्वनाथ भगवान का गर्भावतरण हुआ । २४ प्राषाढ़ सुदी षष्ठी उत्तरा नक्षत्र में महावीर भगवान का गर्भावतरण हुआ। जन्मतिथि ऋषभनाथ तीर्थंकर अयोध्या नगरी में, मरुदेवी माता, एवं नाभिराय पिता से, चैत्र कृष्णा नवमी के दिन, उत्तराषाढा नक्षत्र में उत्पन्न हुए। . अजित जिनेन्द्र साकेत नगरी में पिता जितशत्र एवं माता विजया से माघ के शुक्लपक्ष में दशमी के दिन रोहिणी नक्षत्र में उत्पन्न हुए। संभवनाथ श्रावस्ती नगरी में पिता जितगिरी और माता सुसेना से मगासिर मास की पूर्णमासी के दिन ज्येष्ठा मक्षत्र में उत्पन्न हुए।
SR No.090416
Book TitleShastrasara Samucchay
Original Sutra AuthorMaghnandyacharya
AuthorVeshbhushan Maharaj
PublisherJain Delhi
Publication Year
Total Pages419
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Philosophy
File Size9 MB
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