________________
( १२६ )
योग २७ हैं १ विष्कंभ
८ धृति १५ वन २२ साध्य २ प्रीति _ शूल १६ सिद्धि २३ शुभ ३ आयुष्यमान १० गंड १७ व्यतिपात २४ शुक्ल ४ सौभाग्य
१८ वरियान २५ ब्रह्म ५ शोभन १२ ध्रुव १६ परिघ २६ ऐन्द्र ६ अतिगंड १३ व्याघात २० शिव २७ वैधृति ७ सुकर्म १४ हर्षण २१ सिद्ध
करण ग्यारह हैं १ बध २ बालव ३ कौलव ४ तैतल ५ गज ६ वनिज ७ भद्र ८ शाकुनि ६ चतुष्पाद १० नाग ११ किस्तुध्न इस प्रकार ये ११ करण हैं। इसके शुभाशुभ फल को आगे बतायेंगे।
राशि और लग्न १२ होते हैं १ मेष ४ कर्क ७ तुला १० मकर २ वृष ५ सिंह ८ वृश्चिक ११ कुंभ ३ मिथुन ६ कन्या धनुष १२ मीन
ये बारह राशि हैं और बारह राशि के समान ही लग्न भी होते हैं। लग्न या राशि में कोई भेद नहीं है। फिर राशि और लग्न में भेद क्यों है इसका समाधान निम्नलिखित है :
__अगर किसी बालक का जन्म वृष राशि में हुमा हो अर्थात् बालक के जन्म के समय उदय काल में वृष राशि हो तो उसे वृष लग्न कहते है। इसका स्पष्टीकरण प्रकरण के अनुसार करेंगे ।
१ रवि २ चन्द्र ३ कुज ४ बुध, ५ गुरु,६ शुक्र ७ शनि ८ राहु केतु ये नव ग्रह हैं । २४ घण्टे का १ दिन ६० पल की १ घड़ी ३ घण्टे का १ याम. २॥ घड़ी का १ घण्टा । १ याम को प्रहर भी कहते हैं । ६० मिनट का १ घण्टा एक घण्टे का एक होरा होता है । २॥ पल का १ निमिष, ६० पटिका का १ दिन होता है।
पंचांग क्या है :तिथिवार नक्षत्रं च योगः करणमेवच । एतैः पंचभिरंगैः संयुक्त पंचांगमुच्यते ।।