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स
वांडुकूजन 653
मे रूपर्वत १..... योजन ऊंचा है
धुत ताराळे पाट जितने
सुदर्शन रूपवेत
भद्राल
देव है वे मे श्र दक्षिणा देते हैं.
मंगल
बुध
११०००
नक्षत्र ४
पर्वती मू
२७२
४७७२
₹16
फर्दछ पांडुकूजन
सौमनम अंत में 14000 में के अनंता
पवन है।
लैामनस
५००
ध्रुवता/
मे
STA
श
५०. नंदन
मेजन
टेक्ट रनि
मंगल
किशमिसाई ११
नाए
भद्रशाल