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श्री वीतरागायनम : एक
श्री माघनंद्याचार्य विरचित
- शास्त्रसार समुच्चय
___-
. I Am,
हिन्दो टोकाकार
परमपूज्य विद्यालंकार श्री १०८ प्राचार्य वेशभूषण जी मुनिमहाराज ...
.
प्रकाशक :
श्रीमति जैन, धर्मपत्नी श्री राजेन्द्र कुमार जैन
११-कीलिंग रोड़, नई देहली
१००० प्रति ]
बीर निर्वाण सम्वत् २४८४
मूल्य ५ रुपये