________________
मानपीठ भूतिदेवी प्रन्यमाला : अपभ्रंश प्रन्यांक १६
__..-.--.
-..
--.--
कराय-सयंभूएव-किउ
रिट्ठणेमिचरिउ
(कविराज स्वयंभूदेव कृत अरिष्टनेमिचरित)
यादव-काण्ड
सम्पादन-अनुवाद (स्व०) डॉ देवेन्द्रकुमार जैन, इन्दौर
AN
CHERE
प
भारतीय ज्ञानपीठ वीर नि० सं० २५१२ : विक्रम सं० २०४२ : सन् १९८५
प्रथम संस्करण : मूल्य ४०.५०