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मुर्तिदेवी जैन ग्रन्थमाला : अपभ्रंश प्रन्यांक 22
महाकइ सिंह विरइउ
पज्जण्णचरिउ [प्रद्युम्नचरित]
समीक्षात्मक प्रस्तावना, हिन्दी अनुवाद तथा शब्दानुक्रमणिका सहित
सम्पादन-अनुवाद डॉ. विधावती जैन
पी-एच.डी., डी. लिट
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भारतीय ज्ञानपीठ
प्रथम संस्करण : 2000 । मूल्य : 300 रु.