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२३.
३५०.
अप्रशस्त भावना के प्रकार । प्रशस्त भावना के प्रकार ।
३५१. ३५२-५६. दर्शन भावना का लक्षण तथा स्वरूप ३५७-५९. ज्ञान भावना का लक्षण तथा स्वरूप । ३६०,३६१. चारित्र भावना का लक्षण तथा स्वरूप |
१६२.
३६३.
तप भावना का स्वरूप । वैराग्य भावना का प्रतिपादन
चौथी
३६४.
३६५.
३६६.
चूला : विमुक्ति
निर्मुक्तिपंचम
विमुक्ति अध्ययन के अधिकारों का निर्देश | मोक्षवत् विमुक्ति के निक्षेप का कथन तथा देशमुक्त और सर्वमुक्त कौन ?
पंचम चूला - विशीय की नियुक्ति करने की श्रतिक्षा
३६७,६६६. अश्चारांग के अध्ययनों के उद्देशकों की संख्या का निर्देश ।