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________________ $ १९१. १९२. एक मद के निक्षेप । षट् शब्द के यह निक्षेपों का उल्लेख १९३,१९४. जीव के निक्षेप, प्ररूपणा, लक्षण आदि तेरह द्वारों का निर्देश | जीन शब्द के निक्षेप तथा भेदों का कथन ओजी के जीवितव्य का कथन । भवजीव एवं तद्भवजीव के जीवितव्य का १९५. १९६. १९७. १९८. १९९,२०० जीव के लक्षण । २०१. २०२. २०३. २०४. २०. २०६. २०७. २०८. २०९. २१०. २११. २११/१ २१२ २१३. २१४. कथन । जीव के भेदों का कथन । २१५. २१६. २१७. जीव के अस्तित्व की सिद्धि जीव के अस्तित्व को नकारने में होने वाली बाधा । जीव और शरीर के पृत्य की सिद्धि । बायु के उदाहरण द्वारा जीव के अस्तित्व कीमिति । आत्मा के अमूर्त्तत्व की प्ररूपणा । कारणाभाव आदि चार अभावों के आधार पर आत्मा के अस्तित्व की सिद्धि । तर्क द्वारा जीव के त्रिकालावस्थान की सिद्धि । जीव के नित्यत्व, अमूर्तत्व और अन्यत्व को सिद्धि। जीव का परिमाण (संख्या): उपमाद्वारा जीव के परिमाण का निर्देश। काय शव्द के निक्षेपों का उल्लेख काय के सम्बन्ध के सम्बन्ध में एक पहेली निकाय काय के साथ शेष नाम आदि कायों का उल्लेख द्रव्य और भावशस्त्रों का उल्लेख । स्वकाय, परकाय और तदुभयकाय शस्त्रों का उल्लेख योनिभूत बीज का विम पृथिवी आदि कार्यों का यथाक्रमकथन । चतुर्थ अध्ययन के एकार्थक पांच अध्ययन २१७/१. २१५. २१०/१. २१ / २, २. २१८/४. २१९. २१९/१. २२०. २२०/१. २२१. २२१/१. २२४. २२५. २२६. २२७. दशकालिक नियुक्ति पिंड और एषणा की निक्षेप प्ररूपणा का कथन । पिंड शब्द के निक्षेप तथा दव्यपिंड और भावपिंड का उल्लेख २३३. २३४. २३५. पिंड शब्द की अर्थवत्ता । द्रव्यंषणा एवं भाषमा का कथन द्रव्येषणा के अधिकार में नियुक्ति का छठा अध्ययन २२२. २२३. कथन । सम्पूर्ण पिणा का नवकोटि में अवतरण । नवकोटि के भेद उद्गमकोटि और विशोधिकोटि । उद्गमकोटि और विशोधिकोटि के भेद । अविशोधिकोटि के भेद । कोटियों के भेद । 'राग, द्वेष आदि की योजना से २७० कोटियों का उल्लेख । महाचार कथा के विषय का निर्देश अगार और अनगार धर्म के भेदों का निर्देश | अर्थ शब्द के निक्षेप तथा भेदों का कथन अर्थ के धान्य रहन आदि यह भेदों का उस्लेव । F २२८. अर्थ के भेद-उपभेद की संख्या का निर्देश । २२९.२३०. चौबीस प्रकार के धान्यों का नामोल्लेख २३१,२३२. चौबीस प्रकार के रत्नों का नामोल्लेख । स्थावर तथा द्विपद के भेदों का संकचन । चतुष्पद के दश भेदों का निर्देश । कुप्य का संकेत के अनेक भेद तथा अर्थ के ६४ भेदों धर्म के बारह भेदों का संकेत । गृहस्थ धर्म के अमण धर्म के क्षमा आदि दस भेदों का नामोल्लेख
SR No.090302
Book TitleNiryukti Panchak
Original Sutra AuthorBhadrabahuswami
AuthorMahapragna Acharya, Kusumpragya Shramani
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year
Total Pages822
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, & Canon
File Size19 MB
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