SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 64
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ जिसका भीतरी जीवन पर पड़ता है सीधा असर ! यहाँ पर जीवन का 'निर्वाह' नहीं 'निर्माण' होता है इतिहास साक्षी है इस बात का । 1. ST अधोमुखी जीवन ऊर्ध्वमुखी हा उन्नत बनता है; हारा हुआ भी बेसहारा जीवन सहारा देनेवाला बनता है । दर्शनार्थी वे आदर्श पा जाते हैं, यहाँ पर । इतिहास सम्बन्धिनी सदियों से उलझी समस्याएँ सहज सुलझती जाती हैं क्षण भर की इस संगति से I और, अयाचित होकर भी सरल सरस संस्कृति के संस्कारार्थी परामर्श पा जाते हैं, यहाँ पर । असि और मषि को भी कृषि और ऋषि को भी कुछ ऐसे सूत्र मिलते हैं निस्वार्थी भी वे आर्ष पा जाते हैं यहाँ पर । मूक पाटी 45
SR No.090285
Book TitleMook Mati
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVidyasagar Acharya
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year
Total Pages510
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size4 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy