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________________ विषय-सूची प्रथम अध्याय स्तम्भ १: आधारभूमि ३-२० १. काव्यधारा, २. महाकवि हरिचन्द्र-व्यक्तित्व और कृतित्व, ३. अम्युदयनामान्त काश्यों की परम्परा, ४. महाकाव्य-परिभाषानुसम्पान। स्तम्भ २: कथा ..... २१-४३ ५. धर्मशर्माभ्युदय की कथा का आधार, ६. जीवन्धरचम्पू की कथा का आधार, ७. धर्मशर्माभ्युदय का आख्यान, ८. जीवन्धरचरित का तुलनात्मक अध्ययन, १. जीवम्बरचम्पू के प्रमुख पात्रों का चरित्रचित्रण । द्वितीय अध्याय स्तम्भ १ : साहित्यिक सुषमा १०. धर्मशर्माम्युदय की काव्य-पीटिका, ११. धर्मशर्माभ्युदय का काव्य-वैभव, १२. जीवन्धरचम्पू को काव्यकला, १३. जीवन्धरचम्म का उत्प्रेक्षा-लोक, १४. धर्मशर्माभ्युदय का रस-परिपाक, १५, जीवन्धरचम्पू का रस-प्रवाह, १६. जीवधरचम्पू का विप्रलम्भ श्रृंगार और प्रणय-पत्र, १७. जीवन्धरचम्पू में शान्त रस की पावन धारा, १८. धर्मशर्माभ्युदय में छन्दों की रसानुगुणता, १९. जीवन्धरचम्पू में छन्दोयोजना।
SR No.090271
Book TitleMahakavi Harichandra Ek Anushilan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPannalal Sahityacharya
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year
Total Pages221
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size4 MB
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