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राजनैतिक तथा सामाजिक स्थिति के सम्बन्ध में भी अच्छी जानकारी दी है । पुस्तक में उनकी दो महत्वपूर्ण कृतियों - जीवन्धर चरित एवं विवेक विलास को पूर्ण रूप से तथा अन्य कुछ कृतियों के पाश दिये गये हैं । हमारा विश्वाम है कि हिन्दी साहित्य पर काम करने वाले विद्वानों के लिये यह पुस्तक उपयोगी एवं महत्वपुर्ण सिद्ध होगी। प्रस्तुत पुस्तक हिन्दी के जैन कवियों को प्रकाश में लाने की हमारी योजना का एक शुभारम्भ है।
हिन्दी जैन कवियों पर विस्तृत परिचयात्मक पुस्तकों के अतिरिक्त भगवान महावीर के जीवन से सम्बन्धित हिन्दी कृतियों के सम्पादन का कार्य भी चल रहा है। इनके प्रकाशन का कार्य भी शीघ्न ही प्रारम्भ होने वाला है ।
पुस्तक की भूमिका लिखने में राजस्थानी भाषा एवं साहित्य के यघिकारी विद्वान् डा. हीरालाल जी माहेश्वरी ने जो कष्ट उठाया है इसके लिये हम उनके पूर्ण प्राभारी हैं।
सोहनलाल सोगाणी
मंत्री