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महाकवि भूधरदास : 59. नाच नचाना बहुविधि नाच नचावै प्रकीर्ण साहित्य 6). नेह तोडना
देह नेह तोरै जैनशतक छन्द 13 61. पंछी बाट लगना पंछी लागै बांट पार्श्वपुराण पृष्ठ 21 62. पद ढोकना तुम पद ढोकत सीस
झरी रज भूघरविलास पद 12 63 . पत्थर की नाव चढि पत्थर की नाव पै पर चढ़कर
कोई सुनिये नाहिं तरे पार होना
भूधरविलास पद 25 64, पग झारला
कांगे पर पग झारते जैनशतक छन्द * 65. पानी का बुलबुला पानी माहिं पतासा भूधरविलास पद 9 66. पायन लगना
यों कह पायन लागों पार्श्वपुराण पृष्ठ 7 67. पांव पड़ना
हाथ जोरि हम पांव
परै है। पार्श्वपुराण पृष्ठ 32 68. पैडे, ( पैडा) करना प्रिय के (पैडे) पैड़ों कीनौ भूधरविलास 13 69. पैर में कुल्हाड़ी मारना कर कुल्हाड़ी लेय के मति
मारे पग जानि भूधरविलास पद 32 70 .बंध पारना
आगै को न बन्ध पारें भूधरविलास पद 29 71. बनि आना
देखे बनि आवै हों भूधरविलास पद 3 72 , बड़ी बांह करना किधौं बाह ये दीरध कीनी जैनशतक छन्द 2 73 . बला लगना । बाय लगी कि बलाय लगी जैनशतक 31 74. बार लाना
यार लाय न बार रे भूधरविलास पद 5 75. बारि बबूला तन धन वारि बबूला भूधरविलास पद 19 76. बान पड़ना - नैननि को बानि
परी दरसन की भूधरविलास पद 48