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________________ एक समालोचनात्मक अध्ययन चर्चा 43- आचार्य, उपाध्याय, साधु इन तीन पदों में उत्कृष्ट पद कौन हैं ? चर्चा 44- मूल गुणविषै पाँच महान पाँच समिति ली तो गुद्धि व । लीनी ? चर्चा 45- 28 मूलगुण में सम्यक्त्व कोई न कह्या । साधु के 28 गुण विषै दश सम्यक्त्व में कोई सम्यक्त्व होड़ यह कह्या तिसका हेतु क्या ? चर्चा 465- साधु के 84 लाख उत्तर गुण सुने हैं, ते कौन से हैं ? 145 चर्चा 47 - 28 मूलगुण में महाव्रतविषै वस्त्रत्याग आया कि नाहीं ? फेरि वस्त्र त्याग भी जुदा क्यों कहा ? चर्चा आचार्य उपाध्याय विषै परस्पर क्या अन्तर है ? 48 चर्चा 49- रात्रि के समय मुनिराज हलन चलनादि क्रिया तथा वचनालाप करें कि नाहीं । चर्चा 50- कायोत्सर्ग का क्या स्वरूप हैं ? चर्चा 51- कायोत्सर्ग विषै आसन कौनसा होई ? चर्चा 52- वर्षा काल विषै मुनीश्वर बिहार करें कि नाहीं ? चर्चा 53- मुनि आहार के निमित्त चर्या किस प्रकार करें ? चर्चा 54- मुनीश्वर जब नगरादिविषै चर्या को जाय तब पाँच घर सौ बढ़ती न जाइ जैसे सुनी सो क्यों कर है ? चर्चा 55- ऋषभदेव जी ने इक्षुरस का आहार लिया, सो सचित्त है कि अचित्त हैं ? चर्चा 56 जंघाचारी साधु जंघा पै हाथ धरि कै आकाश गमन करै, ऐसी कहावत है; सो क्यूं कर है ? चर्चा 57- किन ही मुनिराज ने सम्यक्त्व वम दीया होइ तब तिस काल यह पूज्य होइ कि नाहीं ? चर्चा 58- ऊपर अपात्र का दान निष्फल कहा जासू कुमानुष होय । हम अपात्र के दान का फल नरक निगोद सुन्या है, सो क्यूँ करि है ? चर्चा 59- मुनिराज के चौबीस परिग्रह का निषेध है सो कौन से हैं ? चर्चा 60- मुनिराज शास्त्रादि उपकरण राखै कि नाही ?
SR No.090268
Book TitleMahakavi Bhudhardas Ek Samalochantmaka Adhyayana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNarendra Jain
PublisherVitrag Vigyan Swadhyay Mandir Trust Ajmer
Publication Year
Total Pages487
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size9 MB
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