SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 679
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 664/ जैन समाज का वृहद् इतिहास आपका विवाह सन् 1953 में गुणमाला देवी के साथ हुआ । जिनसे आपको दो पुत्र एवं दो पुत्रियों की प्राप्ति हुई । आपके दोनों पुत्र सुमन्त कुमार एवं सुनीलकुमार जवाहरात के अच्छे व्यवसायी हैं। श्री सुनीलकुमार जैन तो जैमको के पार्टनर हैं जिनको केन्द्र सरकार की ओर से सन् 1990 में सर्वोच्च एक्सपोर्ट व्यवसाय का अवार्ड मिल चुका है। दोनों ही भाई बी.एस.सी. हैं। दोनों पुत्रियाँ सीमा एवं सुनीला का विवाह हो चुका है । श्री पोल्याका जी अत्यधिक विनम्र एवं सेवाभावी हैं। S श्री ताराचन्द पोस्याका श्री सुमन्त कुमार प्रो सुनील कुमार पता- एस 64-65 सिवाड एरिया,कृष्णा मार्ग, बापू नगर, जयपुर श्री नवीनकुमार बज राजस्थान विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र के प्रोफेसर श्री नवीनकुमार बज अपनी वक्तृत्व शैली एवं सामाजिक सूझबूझ के लिये प्रसिद्ध है । आप जयपुर की विभित्र संस्थाओं से जुड़े हुये हैं जिनमें राजस्थान बैन साहित्य परिषद,श्री महावीर क्षेत्र की प्रबन्धकारिणी समिति,जवाहरनगर जैन समाज का नाम उल्लेखनीय है । आपका जन्म 21 मई 1942 को हुआ। एम.ए.करने के पश्चात् आप राजस्थान विश्वविद्यालय में चले गये। आपकी पत्नी श्रीमती अन्ना जैन भी डाक्टर हैं। पता: 15-7जवाहर नगर,जयपुर श्री नानगराम जैन _ विगत दो दशकों से जयपुर जैन समाज की सेवा में समर्पित श्री नानगराम जी जैन विशाल एवं बहु आयामी व्यक्तित्व के धनी हैं । समाजसेवी हैं । शांत रहकर चुपचाप कार्य करने में विश्वास रखने वाले श्री जैन का जन्म 8 जनवरी सन् 1923 को हुआ । आपके पिताजी श्री भोलानाथ जी एवं माताजी श्रीमती तीजा बाई दोनों का ही स्वर्गवास हो चुका है। आपने सामान्य शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात जवाहरात उद्योग में प्रवेश किया और उसमें आशातीत सफलता प्राप्त की। आपका सन 1940 में
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy