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________________ विक, जैन मनम् 1553 आपके दो बड़े पाई एवं दो छोटे भाई हैं | श्री मोहनलाल जी 65 वर्षीय समाजसेवी हैं । दि.जैन पंचायत रांची के मंत्री रहे हुये हैं। आपकी धर्मपत्नी इन्दुदेवी के पांच पुत्र एवं दो पुत्रियां हैं। ट्रांसपोर्ट एवं गल्ले का थोक व्यवसाय करते हैं। दूसरे बड़े भाई पूरणमल जी फाइनैन्स एवं इन्स्योरेन्स का कार्य करते हैं। आपकी पत्नी अनोपदेवी दो पुत्र एवं पांच पुत्रियों की जननी है। छोटे भाई मदनलाल जी भी बीमा व्यवसाय में हैं। आपकी पत्नी का नाम शरबती देवी है जो तीन पुत्र एवं दो पुत्रियों को मां है। दूसरे छोटे भाई उम्मेदमल जी खाद्यान्न के थोक त्रिकेता हैं । आप दो पुत्र एवे एक पुत्री के पिता है । धर्मपत्नी का नाम कान्ता देवी है । आपकी तीनों बहिनों पतासीदेवी, सुन्दरदेवी एवं शांतिदेवी का विवाह हो चुका है। पता :- रांची फ्लोर मिल्स, नामकुल,रांची (बिहार) श्री रतनलाल छाबड़ा लूणीयावास (राज) के श्री रतनलाल छाबड़ा झुमरीतिलैया जैन समाज में प्रतिष्ठित स्थान रखते हैं। दि.जैन समाज झुमरीतिलैया के आप वर्षों से कोषाध्यक्ष है । अत्रक उद्योग एसोसियेशन की कार्यकारिणी के सदस्य हैं। जनमंगल कलश की आपने बोली ली थी तथा जम्बूद्वीप हस्तिनापुर रचना में आपका पूरा सहयोग रहा था। वर्तमान में आप 63 वर्ष पार कर चुके हैं । सन् 1954 में आपका विवाह भैरूलाल के रिखबचंद जी गंगवाल को पुत्री जेठीदेवी के साथ हुआ । जिनसे आपको एक पुत्र एवं सात पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त है । पुत्र राकेशकुमार पढ़ रहा है । सभी सातों पुत्रियों पुष्पादेवी, कुसुम,उपा, उर्मिला, मंजू,प्रपिला एवं मनसा का विवाह हो चुका है। श्री छाबड़ा जी शांतिप्रिय एवं धार्मिक स्वभाव वाले श्रेष्ठी हैं। पता :- पटना रांची रोड,मु.पो.झुमरीतिलैया, बिहार) श्री रतनलाल पाटनी आष्टी (राजस्थान) से अर्थार्जन के लिये आपके दादाजी श्री बालायक्स जी रंगून एवं अराकान क्षेत्र में गये । वहां से आपके पिताजी श्री मांगीलाल जी सन् 1941 में रांची आये और कपड़ा व्यवसाय में लग गये । श्री मांगीलाल जी का निधन अभी दि.27-2-1986 को हो गया और आपकी माताजी श्रीमती बादाम बाई इसके पूर्व सन् 1984 में चैत्र सुदी 8 को चल बसी। श्री रतनलाल पाटनी का जन्म पादवा सुदी 10 संवत् 2002 (सन् 1945) में हुआ। सन् 1962 में आपने बी.ए.पास करने के पश्चात् कालेज छोड़ दिया और अपने पिताजी के साथ व्यवसाय में लग गये । इसी वर्ष आपका विवाह श्रीमती विमलादेवी के साथ हो गया जो खंटी (रांची) के स्व.सूडालाल जी सेठी की सुपुत्री है । जिससे आपको दो पुत्र सुनील पाटनी एवं अनिल पाटनी तथा तीन पुत्रियों रेखा, नीलम एवं अलका के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ | श्री सुनील बी काम.है । विवाह हो चुका है उनकी पत्नी का नाम सुमन है। तीन पुत्रियों में से रेखा का विवाह उज्जैन के श्री जयकुमार पांड्या के साथ हो चुका है। श्री पाटनी जी के पिताजी रांची में आयोजित इन्द्र ध्वज प्रतिष्ठा समारोह में सौधर्म इन्द के पद से सुशोभित हुये थे। आपने अपने प्राम आष्टी में विद्यालय औषद्यालय एवं धर्मशाला का निर्माण करवाया था। गांव में ही गांवों को पानी पिलाने की
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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