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________________ 552 / जैन समाज का वृहद् इतिहास श्री रतनलाल अजमेरा जैन समाज हजारीबाग के 10 वर्ष से भी अधिक समय तक अध्यक्ष रहने वाले श्री रतनलाल जी अजमेरा का समाज मे प्रतिष्ठित स्थान है। आपने अब तक 68 बसन्त देख लिये हैं। आप विशेष शिक्षा प्राप्त नहीं कर सके। आपका सन् 1938 में श्रीमती चौसरदेवी से विवाह हुआ। आपको दो पुत्र एवं तीन पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य मिला। आपका बड़ा पुत्र श्री राजकुमार बी. ए. है | विवाह हो चुका है। मंजूदेवी पत्नी का नाम है। दूसरा पुत्र संजय कुमार 21 वर्षीय युवा है। अभी पढ़ रहा है। तीनों पुत्रियों मंजू, नीलम एवं अनिता का विवाह हो चुका है। आपकी धार्मिक प्रवृत्ति रही है। युवावस्था से ही आप प्रतिदिन पूजा एवं अभिषेक करते हैं। मुनिभक्त हैं। राजकुमार जी दि. जैन विद्यालय की कार्यकारिणी के सदस्य हैं। आप स्वयं पैट्रोल डीलर्स एसोसियेशन के सदस्य हैं। दक्षिण भारत एवं बुदेलखंड की यात्रायें कर चुके हैं। आप मूलतः राजस्थान के हैं। सन् 1922-23 में यहां रहने लगे। पता अक्षय सर्विस स्टेशन, भगवान महावीर मार्ग, हजारीबाग | श्री रतनलाल काला श्री काला जी विशाल व्यक्तित्व के धनी हैं। अपने स्वयं के परिश्रम, लगन एवं सच्चाई से अपने जीवन का निर्माण किया है। आपके पिताजी श्री हनुमान बक्स जी जिला (कुचामन राज) के निवासी थे। वहां से वे सन् 1948 में पहिले गोहाटी गये और फिर 1962 में रांची आकर व्यवसाय करने लगे । आपका स्वर्गवास दिनांक 5 अगस्त सन् 1974 को हो गया उस समय आपकी आयु 74 वर्ष की थी। आपकी धर्मपत्नी (माताजी श्री रतनलाल काला) का स्वर्गवास 1 दिसम्बर, 1986 को हो गया। श्री काला जी का जन्म 28 मई सन् 1933 को हुआ। सामान्य शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आपने रांची में सन् 1963 में आटा मिल लगाई। सन् 1950 में आपका विवाह श्रीमती चन्द्रकला देवी सुपुत्री जगनाथ छाबडा सीकर से हो गया। जिनसे आपको एक पुत्र एवं 6 पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आपका एक मात्र पुत्र श्री सुनीलकुमार (जन्म 13-6-70) अभी पढ़ रहा है। सभी छहों पुत्रियों में से सरोज एवं सरिता एवं सुनिता का विवाह हो चुका है। शेष तीन इन्द्रा, राशि एवं संध्या अभी अविवाहित हैं। आपके पिताजी ने जिल्या के मंदिर में मूर्ति विराजमान की है तथा आपने अपने गांव में हनुमान बक्स जैन राजकीय अस्पताल बनवाकर राज सरकार को संचालन के लिये दे दिया इसी तरह पशु चिकित्सालय एवं हाई स्कूल का भवन बनवाकर भी राज्य सरकार को भेंट कर दिया 1 काला जी बिहार प्रान्तीय एवं जैन महासभा के संयुक्त महामंत्री एवं कोषाध्यक्ष हैं। तीर्थ यात्रा प्रेमी हैं। मुनिभक्त हैं । आपकी धर्मपत्नी आहार देने में पूर्ण रूचि लेती है। आप बिहार रोलर फ्लोर मिल्स एसोसियेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं। बिहार इन्डस्ट्रीज एसोसियेशन की कार्यकारिणी के सदस्य है। आपका कलकत्ता में भी व्यावसायिक संस्थान है ।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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