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________________ बिहार प्रदेश का जैन समाज /551 श्री मोतीलाल जी का जन्म 8 दिसम्बर सन् 1935 को हुआ । आरा जैन कालेज से इन्टर साइन्स किया तथा बीमा व्यवसाय करने लगे। 16 फरवरी 1956 को आपका विवाह श्रीमती सूर्यकान्ता के साथ संपन्न हुआ। आपके एक मात्र पुत्र श्री अजितकुमार जी 30 वर्षीय युवा हैं । पत्नी का नाम अंजना देवी है जो दो पुत्रों की जननी है। आपने मीठापुर दि. जैन मंदिर की दूसरी मंजिल पर भवन एवं वेदी का निर्माण करवाकर वेदी प्रतिष्ठा कराई तथा शांतिनाथ स्वामी की प्रतिमा विराजमान की । गुलजारबाग पटना मंदिर के जीर्णोद्धार में आर्थिक सहयोग दिया। ईसरी पार्श्वनाथ हिल की तेरापंथी कोठी में एक कमरे का निर्माण करवाया। आप पटना दि.जैन पंचायत के मंत्री एवं अध्यक्ष रह चुके है। जैन संघ पटना के अध्यक्ष तथा बिहार राज्य दि.जैन धार्मिक न्यास बोर्ड की कार्यकारिणी के सदस्य हैं। आप कट्टर मुनिभक्त हैं । आपकी माताजी के शुद्ध खानपान का नियम है । आपकी पत्नी के चाचाजी चिरंजीलाल जी मुनि दीक्षा देकर निर्वाणसागर जी के नाम से प्रसिद्ध हुए । आपके दो छोटे भाई हैं। एक भाई डा. विमलकुमार होमियोपैथ डाक्टर है। आपकी आयु 54 वर्ष की है । श्रीमती प्रेमलता धर्मपत्नी है जो दो पुत्र एवं दो पुत्रियों की मां है। दूसरे माई श्री भाग्यचंद जैन 52 वर्षीय है । पत्नी का नाम श्रीमती मंजू जैन है । दो पुत्रियों की जननी है। श्री बैनाड़ा जी बीमा व्यवसाय में सारे बिहार में प्रसिद्ध है । धार्मिक स्वभाव के हैं। सामाजिक क्षेत्र में आगे रहते हैं। पता : श्री मोतीलाल जैन रैनाड़ा,जैन निकेतन,प्रथम मंजिल,लालजी टोला,पटना । श्री मूलचन्द गोधा ___ कठोर परिश्रम,निष्ठा एवं ईमानदारी से टायर ट्यूब के व्यवसाय में सफलता पाने वाले श्री मूलचंद गोधा की रांची जैन समाज में अच्छी प्रतिष्ठा है । आप उदारमना एवं धार्मिक प्रवृत्ति के श्रावक है। पांचवा के पंचकल्याणक में आप इन्द्र के पद से अलंकृत हुये तथा कुचामन की पुरानी नशिया में दो मूर्तियां विराजमान की । ब्र. कमलाबाई जी द्वारा आयोजित पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव श्री महावीर जी में भी आपने इन्द्र पद को सुशोभित किया था। आप दि.जैन पंचायत रांची के मंत्री रह चुके हैं। रांची टायर विक्रेता संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। प्रतिदिन पूजा एवं अभिषेक करने का नियम है । आपकी धर्मपत्नी दो बार दशलक्षण वत के उपवास एवं चार बार अष्टान्हिका के उपवास कर चुकी ____ आपके पिताजी श्री मगनलाल जी एवं माताजी तीजादेवी जो दोनों का बहुत पहिले स्वर्गवास हो चुका है 1 22 वर्ष को आयु में आपका विवाह श्रीमती छिगनीदेवी के साथ हुआ जो रांची के ही श्री प्रेमसुख जी सेठी की सुपुत्री हैं । आपको दो पुत्र एवं दो पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त है । बड़े पुत्र श्री सुरेन्द्र कुमार हैं,शोभा उनकी पत्नी है तथा 4 पुत्रियों एवं एक पुत्र के पिता हैं । छोटे पुत्र रवीन्द्र कुमार 34 वर्षीय युवा समाजसेवी हैं । पत्नी का नाम सरला है जो दो पुत्र एवं एक पुत्री की जननी पता : मूलचन्द जैन एण्ड संस,जैन मंदिर रोड,अपर बाजार,रांची (बिहार)
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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