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________________ 538/ जैन समाज का वृहद इतिहास समवशरण के मंदिर में मानस्तंभ का निर्माण करवाया। अपनी ओर से लूणवा अ.क्षेत्र पर गेट लगाने का कार्य संपन्न कर चुके साह साहब दि. जैन समाज गिरडीह के वर्तमान में उपाध्यक्ष है। जैन विद्यालय के भी उपाध्यक्ष हैं । अ. पा. दि.जैन महासभा के सदस्य हैं । गिरडीह में जर तीन लोक मंडल विधान हुआ था उसमें आप सारथी बने थे । आपके ज्येष्ठ पुत्र सुरेशचंद बी.ए. हैं । किरण पली का नाम है जो एक पुत्र एवं एक पुत्री की मां है। दूसरे पुत्र श्री राजेशकुमार बी.एस.सी.,बी.कॉम. है। उनकी पत्नी का नाम शशि जैन है। तीसरे पुत्र कमलेशकुमार बी.ए. हैं । निशा उनकी पत्नी है । आप देहली में सप्लाई का कार्य करते हैं। सबसे छोटे पुत्र विजयकुमार बी.ए. हैं 1 अविवाहित है। पता: मकतपुर चौक,गिरडीह श्री बालचंद छाबड़ा गया जैन समाज के प्रतिष्ठित सदस्य,बिहार प्रान्तीय दि.जैन महासभा के वरिष्ठ सदस्य, धार्मिक प्रवृत्तियों में व्यस्त रहने वाले श्री बालचंद छाबड़ा उम्रतशील व्यक्तित्व के धनी हैं । आपका जन्म चैत्र बुदी अमावस संवत् 1985 को हुआ। आपके पिता श्री पन्नालाल जी छाबड़ा का 39 वर्ष पूर्व 63 वर्ष की आयु में निधन हो गया । आपकी माताजी श्रीमती कपूरीदेवी जी का अभी आशीर्वाद प्राप्त है। आपने सीकर से सन् 1944 में मैट्रिक किया । सवत् 2002 फाल्गुण बुदी 6 को आपका विवाह इन्द्रमणि जी के साथ संपन्न हुआ जिनसे आपको दो पुत्र कमलकुमार,मनोजकुमार तथा तीन पुत्रियाँ नीलम, सरोज,रेणु की प्राप्ति हुई। श्री कमलकुमार 31 वर्षीय हैं । मनोज पढ़ रहा है । तीनों पुत्रियों का विवाह हो चुका है। छाबड़ा जी के पैट्रोल पम्प,तेल,चावल, दाल मिल,किरोसिन डालडा आदि का व्यवसाय है | चम्पापुर (नाथनगर) के पंचकल्याणक में इन्द्र के पद से सुशोभित हुये । औरंगाबाद पंचकल्याणक में आपके पुत्र कमलकुमार इन्द्र बने हैं। यहां के मंदिर का सन् 1984 में शिलान्यास भी आपने ही किया था। पदम प्रभु क्षेत्र पर आदिनाथ स्वामी की श्याम पाषाण की प्रतिमा तथा नाथ नगर में मूर्ति विराजमान करने का यशस्वी कार्य कर चुके हैं। अभी आपने उपाध्याय श्री ज्ञानसागर जी महाराज के सानिध्य में चौसठ ऋद्धि विधान सम्पन्न कराया है। मुनियों के भक्त हैं। राजगृही में विमलसागर जी महाराज के लिये तीन महिने तक आहार दिया था। सामाजिक एवं सार्वजनिक कार्यों में खूब भाग लेते हैं। शुद्ध खानपान का नियम है । समाज के विकास में खूब योग देते रहते हैं। पता : 1- स्वास्तिक, ए एन रोड,गया 2- भारत आटोमोबाइल्स स्टेशन रोड
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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