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________________ श्री बाबूलाल पाटन श्री पाटनों जी रामगढ जैन समाज के विशिष्ट समाजसेवी हैं। आपके पिताजी श्री फतहचन्द जी पाटनी सन् 1950 में लाडनूं से पहिले कलकत्ता गये और फिर से रामगढ में आकर बस गये । सन् 1959 में उनका स्वर्गवास हो गया उस समय उनकी आयु केवल 58 वर्ष की थी । आपकी माताजी श्रीमती सुगनी बाई का अभी 11 वर्ष पूर्व ही निधन हुआ है। बिहार प्रदेश का जैन समाज /539 श्री बाबूलाल जी पाटनी का जन्म संवत् 1988 में हुआ। आपकी शिक्षा बनारस में हुई । संवत् 2005 में आपका विवाह कोडरमा के श्री मोतीलाल जी छाबड़ा की सुपुत्री मनोरमा के साथ हुआ। जिनसे आपको 2 पुत्र अरविन्द (26 वर्ष) एवं अजयकुमार (21 वर्ष) तथा चार "मार्गदर्शक : पुतियाँ है । एवं संतोष की पाप्ति हुई। सभी पुत्रियों का विवाह हो गया आपके बाबाजी श्री मूलचन्द जी पाटनी ने फुलेरा में मंदिर का निर्माण करवाया तथा फिर संवत् 2004 में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा का आयोजन करवाया। आप उस प्रतिष्ठा समारोह में इन्द्र बने थे । लाडनूं में घर की नींव खोदते समय दो मूर्तियाँ निकली थी जिनको वहाँ के मंदिर में विराजमान कर दिया 1 आप रामगढ जैन समाज के मंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में कार्यकारिणी सदस्य एवं ट्रस्टी हैं। आपके 4 भाई श्रीपाल जी (53 वर्ष) जीवणमल जी (37 वर्ष) मक्खनलाल जी (35 वर्ष) जम्बूकुमार जी (31 वर्ष) तथा तीन बहिनें किरणदेवी, इलायचीदेवी एवं उमरावदेवी हैं। एक भाई सागरमल जी का 9 मई सन् 1959 में देहान्त हो गया था । पता- मक्खनलाल एण्ड ब्रदर्स, मैनरोड, रामगढ केन्द्र (बिहार) श्री भंवरलाल कासलीवाल श्री कासलीवाल जी रफीगंज के विशिष्ट समाजसेवी हैं। धार्मिक प्रकृति के हैं। प्रतिदिन पूजा पाठ करते हैं। आपके द्वारा लादूलाल जैन विद्यालय भवन में एक कमरे का निर्माण कराया। औरंगाबाद मंदिर निर्माण में आर्थिक योगदान दिया गया । तेरापंथी कोठी, शिखर जी के पूजन फंड के सदस्य हैं। सभी तीर्थों की वंदना कर चुके हैं। आपके पिताजी श्री हरलाल जी 50 वर्ष की आयु में सन् 1969 में एवं माँ भरजी बाई दोनों का 30 वर्ष पूर्व स्वर्गवास हो चुका है। आपका जन्म संवत् 1979 में हुआ। सामान्य शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् संवत् 2001 में आपका विवाह इन्द्रमणिदेवी के साथ हो गया लेकिन सन् 1964 में उनका आकस्मिक निधन हो गया। आपके पुत्र श्री विजयकुमार 40 वर्षीय युवा हैं। पत्नी का नाम हीरादेवी है। जो संतोष, कमला एवं कुसुम तीन पुत्रियों की मां है। विनोदकुमार छोटे पुत्र हैं। एम.ए. हैं। पत्नी का नाम मंजूदेवी है। एक पुत्री की माँ है। पता:- पंवरलाल विजयकुमार, रफीगंज (औरंगाबाद) (बिहार)
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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