SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 442
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ राजस्थान प्रदेश का जैन समाज /427 आपके पिताजी स्व. सुखदेव जी गोधा ने 50 वर्ष को अवस्था में सुजानगढ में ब्रह्मचर्य का व्रत ले लिया था। उसके तीन वर्ष पश्चात् अजमेर में आचार्य शिवसागर जी पहाराज के नाम से क्षुल्लक दीक्षा ग्रहण की तथा मुनि पद धारण करके रेनदाल में समाधिमरण प्राप्त किया : आपके अतिरिक्त आपके एक बड़ा भाई श्री पूरणम्स और है जिसके अन एवं 2 पुत्रियां हैं । ये फतेहपुर में ही व्यवसाय करते हैं। छोटे भाई चिरंजीलाल जी हैं जो तोन पुत्रियों एवं दो पुत्र के पिता है । ये भी फतेहपुर में व्यवसायरत हैं । श्री गोधा के तीन बहिने हैं- श्रीमती रतनीबाई कमलाबाई एवं विमलाबाई । तीनों का ही विवाह हो चुका है। पता : द्वारा जयकुमार सुरेश कुमार जैन,फतेहपुर (शेखावाटी) राज. श्री जीवनमल छाबड़ा पांचवा के वयोवृद्ध समाजसेवी श्री जीवनमल छाबड़ा का जन्म आपाढ़ सुदी 2 संवत् 1957 को हुआ। आपके पिताजी श्री उदयलाल जी का निधन संवत् 1974 में तथा माताजी श्रीमती मत्रीदेवी का स्वर्गवास सं.21124 में हआ। संवत 2004 में आपका विवाह श्रीमती सूरजदेवी से संपन्न हुआ। आपने नागौरी मंदिर में वेदी व फर्श बनवाकर संवत् 2009 में उनमें मूर्तियों विराजमान की । पांचवा पंचकल्याणक प्रतिष्ठा सम्मरोह के कोपाध्यक्ष रहे । इसके अतिरिक्त नागौरी मंदिर दवाखाना, श्री दि. जैन कबूतर निवास,महावीरकीर्ति व्रती आश्रम के अर्थमंत्री एवं श्री दि. जैन पार्श्वनाथ विद्यालय के कोषाध्यक्ष हैं। सभी धार्मिक कार्यों में आगे रहते हैं तथा संस्थाओं को पूर्ण सहयोग देते रहते हैं। आपने जीवनमल धर्मार्थ ट्रस्ट बनाकर बैंक में राशि जमा करा दी है। पता : मु.पो. पांचवा (नागौर श्री जीवराज पहाड़िया सर्राफ दिगम्बर जैन बीस पंथी पंचायत के अध्यक्ष श्री जोतराज पहाड़िया सर्राफ नागौर जैन समाज के प्रतिष्ठित समाजसेवी हैं। आपने दिगम्बर जैन परमार्थी सेवा संघ का 32 वर्ष तक संचालन करके यशस्वी कार्य किया है। आपका पौष सुदी 3 संवत् 1984 में जन्म हुआ। आपके दो विवाह हुये । एक 13 वर्ष की आयु में एवं दूसरा 26 वर्ष की अवस्था में । दूसरी पली पद्मादेवी हैं तथा सुजानगढ़ के श्री भंवरलाल जी पांड्या की सुपुत्री हैं। सामान्य शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात आप सर्राफी के राफी के । व्यवसाय में लग गये। आपके पिताजी श्री धनसूख जी पहाडिया का 6 वर्ष की आयु में संवत् 2009 में स्वर्गवास हो गया। माताजी भूरीदेवी 87 वर्ष की हैं तथा आपकी छत्रछाया प्राप्त है। श्री पहाड़िया जी तीन पुत्रों के पिता हैं । ज्येष्ठ पुत्र श्री कमल किशोर 35 वर्ष के हैं । धर्म पत्नी सन्तोष देवी है । एक पुत्र एवं एक पुत्री के पिता हैं । कलकत्ता में व्यवसाय करते हैं : दूसरे पुत्र श्री राजकुमार हैं तथा तीसरे का नाम विजयकुमार है जो
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy