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________________ राजस्थान प्रदेश का जैन समाज/375 जो बैंक सर्विस में हैं शेष तीनों पुत्र अपना अपना व्यवसाय करते हैं । सौगानी जी की पुत्रा मनाबाई प्रस्तुत इतिहास लेखक की पुत्रवधू है। __ अपने अपने जीवन में 2 बार शिखर जी एवं अन्य तीर्थों की वंदना की है। दो बार सिद्ध चक्र मंडल विधान,संपत्र करा चुके हैं। दुटु में आयोजित इन्द्र ध्वजमंडल विधान में इन्द्रइन्द्राणी के पद को सुशोभित किया था। प्रतिदि करने का नियम है । अभी दो वर्ष पूर्व ही पति पत्नी ने आजन्म ब्रह्मचर्य व्रत धारण किया है। अपने पूज्य पिताजी की स्मृति में मंदिर जी में वेदी का निर्माण करवा कर उसकी प्रतिष्ठा करवाने का यशस्वी कार्य किया है। सौगानी जी सरल एवं सादा जीवनयापन करते हैं। धार्मिक भावनाओं से ओतप्रोत हैं। पता- पु.पो. पचेवर रटौंक) राज. श्री रमेश कुमार जैन जन्म 21-6-1960 पिता - श्री सुवालाल जी जैन बोरखण्डिया माता - श्रीमती पुष्पा । देवी जन्म स्थान - ग्राम आबां जिला टोंक । आवां राष्ट्रीय राजमार्ग सं.12 पर टोंक से दवली के बीच सरोली मोड़ से 12 कि.मी. दूर है। यहां पर श्री शान्तिनाथ दि.जैन अतिशय क्षेत्र है। गर्भ गृह में भगवान शांतिनाथ की तीन हाथ अंची पद्मासन प्रतिमा बड़ी मनोज्ञ व अतिशययुक्त धर्मपत्नी श्रीमती राजकुमारी जैन सुपुत्री श्री लालचन्द जी जैन बावरिया (सर्राफ) हैं। बड़े भ्राता श्री धर्मचन्द जी,श्री प्रकाश चन्द (C.A.), सुरेश चन्द एवं मानोज कुमार जैन हैं । सुपुत्र - रीतेश जैन एवं सुपुत्री रीतिका बैन हैं। शिक्षा - एम.ए.(राजनीति शास्त्र) 1983, एवं जैन शिक्षा छ: ढाला तक । अच्छे सामाजिक कार्यकर्ता - श्री शान्तिनाथ जयन्ती स्मारिका वर्ष 1988 का सम्पादन, श्री शान्तिनाथ दिगम्बर जैन बाल मण्डल आवां के अध्यक्ष (1981) संरक्षक (1988) सम्पूर्ण परिजन अत्यन्त सेवाभावी व धर्मनिष्ठ है। आतिथ्य प्रेमी हैं। श्री जैन बहुत ही धर्मनिष्ठ एवं सेवाभावी हैं। वर्तमान में दूरसंचार विभाग,जयपुर में कार्यरत हैं,प्रतिदिन भगवान की सेवा पूजा का नियम है । श्री राजेन्द्र कुमार पाटनी अ.हीरालाल जी पाटनी के परिवार में जन्मे श्री राजेन्द्र कुमार जी पाटनी को समाज सेवा का व्रत विरासत में प्राप्त हुआ। आपके पिताजी श्री बालचंद पाटनी का सन् 1981 में 72 वर्ष की आयु में स्वर्गवास हुआ था। अभी आपको माताजी श्रीमती मनफूल देवी का आशीर्वाद प्राप्त है । 1 जुलाई, 1964 में आपका विवाह शांति देवी से हुआ। आपको एक पुत्र एवं दो पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हो चुका है । पुत्र कमलेश कुमार मैट्रिक पास करने के पश्चात् व्यवसाय में आपको सहयोग दे आपके चाचाजी ब्र. हीरालाल जी का स्वर्गवास सन् 1979 में हुआ था । श्री राजेन्द्रकुमार जी कांग्रेस आई के सदस्य हैं तथा निवाई नगर पालिका में सन् 1974 से 79 तक तथा 1982 से 8 तक सदस्य रहे । नगरपालिका के प्रशासन समिति के भी
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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