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________________ 300/ जैन समाज का वृहद इतिहास पं. मोतीलाल शास्त्री शास्त्र प्रवचन, विवाह विधि, गृह- प्रवेश आदि को संपन्न कराने में दक्ष पं.मोतीलाल । जी शास्त्री राजकीय कार्यालय में कार्य करते हैं । मैट्रिक एवं शास्त्री परीक्षा पास करने के पश्चात् आपने सामाजिक संस्थाओं में कार्य करने की अपेक्षा राजकीय संवा में जाना अच्न समझा। राजकीय सर्विस भी आपको प्रभुभक्ति के कारण मिली । आपका जन्म भुरटिया गांव में हुआ। आपके पिताजी का नाम रिखबचंद एवं माता का नाम चापदेवी है। आपके पिताजी भी बहत धर्मात्मा थे । रात्रि को भजनों को गाकरप्रभु की भक्ति किया करते थे । आपके जीवन पर उनका पूरा प्रभाव पड़ा । आपकी धर्मपत्नी का नाम मनफूल देवी है । आप दोनों पति-पत्नी को दो पुत्र. धनकुमार एवं धनराज के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त है । श्री धनकुमार बी.कॉम, एल.एल.बी.सी.ए.एस. है । शास्त्री जी ने ज्योति नगर मंदिर में भगवान पार्श्वनाथ की मूर्ति विराजमान करने का यशस्वी कार्य किया है । भाद्रपद पास में आप प्रवचन करते रहते हैं। धार्मिक कार्यों में भाग लेने में आप सदैव आगे रहते हैं तथा सबको सहयोग देने की भावना रखते हैं। आप अच्छे वक्ता हैं । प्रतिदिन पूजा अभिषेक का नियम है । जिनेन्द्र भक्ति में आपकी बड़ी आस्था है । कभी-कभी आकाशवाणी एवं टी.वी.पर आपके कार्यक्रम आते रहते हैं । सामाजिक कार्यों में विशेष रुचि रखते हैं । पता : प्लाट नं.52 ए.शिवा कालोनी, टौंक फाटक,जयपुर। श्रीमती मुन्नीदेवी काला __ महिला जागृति संघ की मंत्री श्रीमती मुत्री देवी काला सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाली महिला हैं। संगीत में विशेष रुचि है तथा महिला जागृति संघ की सदस्याओं के साथ संगीत एवं नृत्य का अच्छा कार्यक्रम देती हैं। आपके पिता श्री हजारीलाल सोनी अजमेर रहते हैं । आपका जन्म 20 अक्टूबर सन् 1951 को हुआ। हायर सैकण्डरी परीक्षा पास करने के पश्चात् श्री रजनीश काला के साथ आपका विवाह हो गया। श्री काला जी राजकीय सेवा में उच्च पद पर कार्यरत हैं। आप दोनों को दो पुत्रियां एवं एक पुत्र के माता-पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त है । आपकी पुत्री रचना एवं रीमा काला दोनों ही नृत्य एवं संगीत में निपुण हैं । पुत्र श्री रविश काला अभी अध्ययन कर रहा है । श्रीमती मुन्नी देवी काला नाटकों में भाग लेती है । दो बार पंचकल्याणकों में 56 कुमारियों का नेतृत्व किया तथा माता के संवाद बोले । भक्तामर शिक्षण शिविर में उपसंयोजिका का कार्य संपन्न किया। पता: गांधी नगर,जयपुर
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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