SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 231
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 214/ जैन समाज का बृहद् इतिहास . . श्री अनूपचन्द ठोलिया ठोलिया परिवार में 19 जनवरी 1915 में जन्में श्री अनूपचंद ठोलिया जयपुर के ख्याति प्राप्त समाजसेवी है। आपके पिता श्री गुलाबचन्द जी ठोलिया का स्वर्गवास 3 जुलाई, 1947 को हुआ। इसके पूर्व आपकी माताजी श्रीमती सरदारवाई वैशाख सु6 सं. 1982 को आपको केवल 10 वर्ष का छोड़कर स्वर्ग सिधार गई । सन् 1938 में आपका विवाह श्रीमती सुलोचना देवी के साथ हुआ जो ईश्वरलाल जी दीवान की पुत्री हैं। इसके पूर्व सन् 1936 में आपने आगरा विविद्यालय से बी.ए. किया और फिर सन् 1939 में राज्य सेवा में चले गये। अपनी सेवा में धीरे धीरे उन्नति करते-करते अंत में आप राजस्थान राज्य के उप सरित (वित्त) एन बजट अधिकारी के सम्माननीय पद से श्री अनूप चन्द ठोलिया धर्मपत्नी सुलोचना देशी के साथ सेवा निवृत्त हुये। राज्य सेवाकाल में आपको राज्य सरकार से अनेक प्रशंसा छ मिलते रहे हैं । दिनांक 15 अगस्त 1970 को स्वतंत्रता दिवस समारोह में राज्य सरकार द्वारा आपको उच्च कोटि की कर्तव्य परायणता के उपलक्ष में प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। सामाजिक सेवा : सेवानिवृत्ति के पश्चात् आपका अधिकांश समय सामाजिक कार्यों में व्यतीत होता है तथा जयपुर की अनेक संस्थाओं से जुड़े हुये हैं। दिगम्बर जैन मंदिर छोलियान के आप अभ्यक्ष रह चुके हैं। इसी तरह दि.जैन मंदिर महासंघ में मंत्री रहने के पश्चात् वर्तमान में कार्यसमिति के सदस्य हैं । सन्मति पुस्तकालय एवं राज. पेन्शनर एसोसियेशन की गतिविधियों में भी आपका महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। आप उदार हृदय हैं । सार्वजनिक संस्थाओं को अपना मार्गदर्शन देते हुए उन्हें मुक्तहस्त से आर्थिक सहयोग भी देते रहते हैं। आचार्य देशभूषण जी महाराज सन् 1982 में जयपुर पधारे तब आपके निवास स्थान पर आचार्य श्री के करकमलों द्वारा एक दिगम्बर जैन चैत्यालय की स्थापना की गई जिससे इस क्षेत्र में वहां की जैन समाज को दर्शन पूजन की पूर्ण सुविधा मिली हुई है तथा सभी धर्म लाभ उठाते हैं। परिवार -आपके दो पुत्र श्री ताराचन्द ठोलिया एवं अशोक कुमार ठोलिया एवं चार पुत्रियां हैं । सभी का विवाह हो चुका है । आपके दोनों पुत्र आदिनाथ मेडिकल स्टोर एवं आदिनाथ एन्टरप्राइजेज के नाम से व्यवसायरत हैं। आपके बड़े भाई श्री गोपीचंद ठोलिया का स्वर्गवास हो चुका है तथा छोटे भाई श्री केवलचन्द ठोलिया भी सामाजिक कार्यकर्ता है तथा सवाई मानसिंह इन्वेस्टमेन्ट कारपोरेशन के सचिव पद पर कार्यरत हैं । श्री अनूपचंद ठोलिया प्रतिदिन पूजा प्रक्षाल करते हैं । सभी तीर्थों की वंदना कर चुके हैं। पता: ई-15, चितरंजन मार्ग, अशोक नगर, जयपुर।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy