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(देव शिल्प
(४३५)
पद्मराग जिन प्रासाद
इसका निर्माण परमप्रभु जिन बालम प्रासाद के उपरोक्त गा-1 से करें तसा उसम प्ररथ के ऊपर भी एक तिलक बढ़ाई
कुल अंग संख्या - २०९. . . . तिलक. ..... * . . .
पुष्टिवर्थन प्रासाद इसका निमांग पदम राग जिन प्रासाद के उपरोक्त मान से करें तथा उराम कोण के ऊपर भी एक एक तिलक बहारें,
r; श्रृंग रख्या - २०२ लिलया - १२