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(देव शिल्प
विभिन्न देवताओं के लिये उपयुक्त प्रासाद
हिमवान
मंदिर का नाम
उपयुक्त देव केसरी
पार्वती देवी नन्दन
सर्वदेव स्वामी का आनंद, पापहारी श्रीवृक्ष
विष्णु अगृतोद्भव
सर्वदेव
देव, नागकुमार कैलास
ईश्वर (शिव) इन्द्रनील
इन्द्र, सर्वदेव, शिव भूधर
सर्वदेव रत्नकूट
शिवलिंग, सर्वदेव
सर्वदेव वजक
इन्द्र ऐरावत
इन्द्र पक्षीराज वृषभ
ફૅરવર मेरु
ब्रह्मा, विष्णु, महेश, सूर्य गंदिर निर्माता को चाहिए कि वह देवों के अनुरुप ही मंदिर का निर्माण करें। यदि कम अर्थशक्ति हो तो लघुआकार में निर्माण करें किन्तु यद्वा-तद्वा निर्माण न करें। शास्त्र के अनुरुप निर्माण करने से मंदिर निर्माणकर्ता एवं उपासक दोनों को शुभकारक होता है।
विष्णु