________________
देव शिल्प
उत्तर
कुण्डों का आकार एवं विस्तार आहुतियों की संख्या के अनुरूप ही कुण्ड का विस्तार रखा जाता है आहुतियों की संख्या
१० हजार आहुतियों के लिए ५० हजार आहुतियों के लिए १ लाख आहुतियों के लिए १० लाख आहुतियों के लिए ३० लाख आहुलियों के लिए ५० लाख आहुतियों के लिए ८० लाख आहुतियों के लिए १ करोड़ आहुतियों के लिए कुण्ड की तीन मेखलायें ४, ३, २ अंगुल / इंच की रखना चाहिये ।
पूर्व
ईशान
.श
वायव्य
यज्ञ कुण्ड का मान हाथ ( २ कुट) का कुण्ड २ हाथ ( ४ फुट ) का कुण्ड ३ हाथ ( ६ फुट ) का कुण्ड ४ हाथ ( ८ फुट ) का कुण्ड ५ हाथ (१० फुट) का कुण्ड ६ हाथ (१२ फुट ) का कुण्ड 19 हाथ ( १४ फुट ) की कुण्ड ८ हाथ ( १६ फुट ) का कुण्ड
विदी
पश्चिम
प्र. मं ८/४५,४६,४७
आग्नेय
३३९
नैत्राय
दक्षिण