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(देव शिल्प
[२७९)
तीर्थंकर अजितनाथ
महायक्ष दिग.
विशे. कांति
सुवर्ण
चार हाथी
पण चार हाथी आठ वरदान, मुदगर, माला, पाश, दिजौर।, अभय, अंकुश, शक्ति
वाहा भुजा दाहिने हाथ में बायें हाथ में
आट
तलवार, दण्ड, फरसा, वस्टान, चक्र, त्रिशुल, कमल, अंकुश
अजिता देवी (रोहिणी देवी) श्वे.- अजिता (अजितबला)
श्वे.
गौर
विशे. कांति आसन भुजा दाहिने हाथ में बायें हाथ में
दिग. सुवर्ण लोहासन चार शंख, अभय, चक्र, वरदान
लोहासन चार बरवान, पाश, बिजौरा, अंकुश
महायक्ष -- रक्षा
अजिता (रोहिणी) देवी