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(देव शिल्प
दीवार की मोटाई की गणना शिल्पशास्त्रों में दीवार की मोटाई का प्रमाण का अनुपात मन्दिर का चौड़ाई को आधार करके निकाला जाता है साथ ही दीवार चौड़ाई को आधार करके निकाला जाता है। साथ ही दीवार के द्रव्य का भी ध्यान रखा जाता है। अग्रलिखित सारणी में दीवार की मोटाई का प्रमाण स्पष्ट है - मंदिर की दीवार की मोटाई मंदिर की चौड़ाई का भाग मंदिर की चौड़ाई का भाग
(प्रासाद मंडन ३/३१) । (अप. सूत्र १२६) १.ईंटों से निर्मित १/४
१/४ भाग २.पाषाण से निर्मित १/५
१/५ भाग या ५/६ भाग ३.काष्ठ से निर्मित १/५
१/७ भाग ४.सांधार प्रासाद (परिक्रमायुक्त)१/८
१/८ भाग ५.धातु निर्मित प्रासाद १/१०
१/१० भाग ६.रल निर्मित प्रासाद १/१०
१/१० भाग
भोटाई का प्रमाण निकालने को एक अन्य रीति इस प्रकार भी है -
वर्गाकार मन्दिर की भूमि चौड़ाई के १० भाग करे। उसमें २-२ भाग के बराबर दीवार की मोटाई रखें। शेष ६ भाग का गर्भगृह बनायें।
(प्रा.मं. ३/३२ पृ. ५९)