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सूत्र २६६
प्रत्याल्यान का स्वरूप में उसके करण योगों के मंग
गृहस्थ धर्म
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२. अहबा न करेति, करेंत नाणुजाणइ, मणसा, वयसा, (२) अथवा स्वयं करता नहीं, करते हुए का अनुमोदन कायसा,
करता नहीं, मन, वचन और काया से, ३. अहषा न कारवेध, करेंतं नाणजाणा, मणसा, वयसा, (३) अथवा दूसरों से करवाता नहीं, करते हुए का अनुकायसा।
मोदन करता नहीं, मन, वचन और काया से। (८-१०) (५) दुविहं दुविहेणं पडिक्कममाणे,
५. जद दो करण दो योग से प्रतिक्रमण करता है, तब-.. १. न करेति, न कारवेति, मणसा, वयसा,
(१) स्वयं करता नहीं, दूसरों से करवाता नहीं, मन और
वचन से, २ अहवान फरेसि, न कारयेति, मणसा कायसा,
(२) अथवा स्वयं करता नहीं, दूसरों से करवाता नहीं, मन
और काया से, ३. अहवा न करेति, न कारणेति, थपसा करयसा,
(३) अथवा स्वयं करता नहीं, दूसरों से करवाता नहीं,
वचन और काया से । ४. अहवा न करेति, करेंतं नाणजाणद, मगला वयसा. (४) अथवा स्वयं करता नहीं, करते हुए का अनुमोदन
करता नहीं, मन और वचन से। ५. अहवा न करेति, करें नाणुजाणइ, भणसा कायसा, (५) अथवा स्वयं करता नहीं, करते हुए का अनुमोदन
करता नहीं, मन और काया से। ६. अस्वा न फरेति, करत नाणुमागाइ, वयसा कायसा, (६) अथवा स्वयं करता नहीं, करते हुए का अनुमोदन
करता नहीं, वचन और काया से। ७. अहवा न कारवेति, करेंसं नागुजाणति, मणसा वयसा, (७) अथवा दूसरों से करवाता नहीं, करते हुए का अनु
मोदन करता नहीं, मन और वचन से । ८. अहवान कारयेह, करें नाणुजाणइ, मगला कायसा, (4) अथवा दूसरों से करवाता नहीं, करते हुए का अनु
मोदन करता नहीं, मन और काया से। ६. अहवा म कारवेति, करेंतं नाणुमाणह, वसा कायसा । (e) अथवा दूसरों से करवाता नहीं, करते हुए का अनु
भोदन फरता नहीं, वचन और काया से। (११-१६) (६) दुविहं एस्कविहेणं पडिक्कममाणे,
६. जब दो करण एक योग से प्रतिक्रमण करता है, तब१. न करेति, न कारवेति, मगसा,
(१) स्वयं करता नहीं, दूसरों से करवाता नहीं, मन से । २. अहवा न करेति, न कारवेति वयसा,
(२) अथवा स्वयं करता नहीं, दूसरों से करवाता नहीं,
वचन से। ३. अहवा न करेति, न कारवेति कायसा,
(३) अथवा स्वयं करता नहीं, दूसरों से करवाता नहीं,
काया से। ४. अहवा न करेति, करेंत नाणुजाण भणसा,
(४) अथबा स्वयं करता नहीं, करते हुए का अनुमोदन
करता नहीं, मन से। ५. अहया न फरेइ, करेंतं नाणुजाणइ वयसा,
(५) अबदा स्वयं करता नहीं, करते हुए का अनुमोदन
करता नहीं, वचन से। ६. अहवा न करेइ, फरेंत नाणुजाण कायसा,
(६) अथवा स्वयं करता नहीं, करते हुए का अनुमोदन
करता नहीं, काया से। ७. अहवा न कारवेद, करतं नाणुजाणह मणसा,
(७) अथवा दुसरों से करवाता नहीं, करते हुए का अनुमोदन
करता नहीं, मन से। ८. अहवा न कररवेइ, करेंतं नाणुजाणद वयसा,
(4) अथवा दूसरों से करवाता नहीं, करते हुए का अनुमोदन करता नहीं, वचन से ।
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