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कालके पल्य ३१ अंक प्रमाण हैं । जम्बूद्वीपका घनपल दश अंक प्रमाण अर्थात् ७९०५६९४१५० योजन है । सब वातवलयोंका घनफल ११ अंक प्रमाण अर्थात् १०२४१९८३४८७ है । संशयके हरण करनेवाले जैन'धर्मको धन्य है।
तेरहवें गुणस्थानमें सात त्रिभंगी। ।।
छप्पय ।
सात आसरव द्वार, बंध इक साता कहिए । चौदै भाव प्रमाण, पचासी सत्ता लहिए ॥ अस्सी चउरासीय, इक्यासी और पिच्यासी । यह सत्ता चौ भेद, विसेस जिनेसुर भासी ॥ इक कम चालीस उदीरना,उदय वियांलिस मानिए। यह तेरहवें गुणथानमैं, सात त्रिभंगी जानिए३४
अर्थ-तेरहवें सयोगिकेवली गुणस्थानमें सात त्रिभंगी होती हैं, सो इस प्रकार,-सत्यमन, अनुभयमन, सत्यवचन, अनुभयवचन, औदारिककाय, औदारिक मिश्र और कार्माण ये सात आश्रवद्वार हैं, और बंध एक साता वेदनीयका है और भाव इस गुणस्थानमें १४ (ज्ञान, दर्शन, दान, लाभ, भोग, उपभोग, वीर्य सम्यक्त्व, चारित्र, मनुष्यगति, असिद्धत्व, भव्यत्व, जीवत्व और लेश्या) होते हैं । ८५ प्रकृतियोंकी सत्ता रहती है । यह सत्ता जिनेश्वर भगवानने नाना जीवोंकी अपेक्षा चार प्रकारकी कही है । अर्थात् किसी