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श्री महावीर प्रन्य अकादमी-चतुर्ष पुरु
भट्टारक रत्नकीर्ति एवं परिचय
व्यक्तित्व एवं कृति एक ऐसी भाषा
' लिखा है । वे होंने प्रबन्ध । और
'मा।
[ संवत् १६३१ से १७०० तक होने वाले ६८ कवियों का परिचय,
मूल्यांकन तथा उनकी कृतियों का मूल पाठ ]
लेखक एवं सम्पादक : डॉ. कस्तूरचन्द कासलीवाल
प्रकाशक:
श्री महावीर ग्रन्थ अकादमी, जयपुर