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भारतके दिगम्बर जैन तीर्थ
हैं। हमारा प्रयत्न है कि महोत्सव वर्षके भीतर इस ग्रन्थमालाके अधिकसे अधिक भाग प्रकाशमें आ जायें। तीर्थक्षेत्र कमेटी बम्बईकी ओरसे इस अवसरपर मैं पुनः श्री साहजीके प्रति कृतज्ञता ज्ञापन करता हूँ।
तीर्थक्षेत्र कमेटी और भारतीय ज्ञानपीठके संयुक्त तत्त्वावधानमें इस ग्रन्थमालाको सामग्री का संकलन, लेखन और प्रकाशन हुआ है, हो रहा है । प्रस्तुत ग्रन्थके प्रकाशनमें जिन महानुभावोंका सहयोग प्राप्त हुआ है, मैं उन सभीका तीर्थक्षेत्र कमेटीकी ओरसे आभारी हैं।
१० अप्रैल, ११७५
लालचन्द हीराचन्द
__ सभापति भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी, बम्बई