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बिहार-बंगाल-उड़ीसाके दिगम्बर जैन तीर्थ सुक्कट्ठमीपदोसे आसाढे जम्मभम्मि सम्मेदे।
छस्सयमुणिसंजुत्तो मुत्ति पत्तो विमलसामी । -विमलनाथ स्वामी आषाढ़ शुक्ला अष्टमीके दिन प्रदोष कालमें अपने जन्म-नक्षत्रके रहते छह सौ मुनियोंके साथ सम्मेदशिखरसे मुक्तिको प्राप्त हुए।
चेत्तस्स किण्ह पच्छिम दिण्णप्पदोसम्मि जम्मणक्खत्ते ।
सम्मेदम्मि अणन्तो गत्तसहस्सेहिं संपत्तो ।। -अनन्तनाथ भगवान् चैत्रमासके कृष्ण पक्षकी अमावस्याको प्रदोष कालमें अपने जन्मनक्षत्रके रहते सम्मेद शिखरसे सात हजार मुनियोंके साथ मुक्तिको प्राप्त हुए।
जेटुस्स किण्हचोद्दसिपच्चूसे जम्मभम्मि सम्मेदे।
सिद्धो धम्मजिणिदो रूवाहियअडसएहिं जुदो । -धर्मनाथ जिनेन्द्र ज्येष्ठ कृष्णा चतुर्दशीके दिन प्रत्यूष कालमें अपने जन्म-नक्षत्रके रहते आठ सौ एक मुनियोंके साथ सम्मेदशिखरसे मुक्त हुए।
जेट्स्स किण्ह चोइसिपदोससमयम्मि जम्मणक्खत्ते ।
सम्मेदे संतिजिणो णवसयमुणिसंजुदो सिद्धो । –शान्तिनाथ तीर्थंकर ज्येष्ठ कृष्णा चतुर्दशीके दिन प्रदोष कालमें अपने जन्म-नक्षत्रके रहते नौ सौ मुनियोंके साथ सम्मेदशिखरसे सिद्ध हुए।
वइसाहसुक्कपाडिवपदोससमये हि जम्मणक्खत्ते ।
सम्मेदे कुंथुजिणो सहस्ससहिदो गदो सिद्धि ।। -कुन्थुजिन वैशाख शुक्ला प्रतिपदाके दिन प्रदोष समयमें अपने जन्म-नक्षत्रके रहते एक हजार मुनियों सहित सम्मेदशिखरसे सिद्ध हुए।
चेत्तस्स बहुलचरिमे दिणम्मि णियजम्मभम्मि पच्चूसे ।
सम्मेदे अरदेओ सहस्ससहिदो गदो मोक्खं ॥ -अरनाथ भगवान् चैत्र कृष्णा अमावस्याके दिन प्रत्यूष काल में अपने जन्म-नक्षत्रके रहते एक हजार मुनियोंके साथ सम्मेदशिखरसे मोक्षको प्राप्त हुए ।
पंचमिपदोससमए फग्गुणबहुलम्मि भरणिणक्खत्ते ।
सम्मेदे मल्लिजिणो पंचसयसमं गदो मोक्खं ।। -मल्लिनाथ तीर्थकर फाल्गुन कृष्णा पंचमीको प्रदोष समयमें भरणी नक्षत्रके रहते सम्मेदशिखरसे पाँच सौ मुनियोंके साथ मोक्षको प्राप्त हुए।
फग्गुणकिण्हे वारसि पदोससमयम्मि जम्मणक्खत्ते।
सम्मेद सिद्धिगदो सुव्वददेओ सहस्ससंजुत्तो । -मुनिसुव्रतनाथ फाल्गुन कृष्णा बारसके दिन प्रदोष समयमें अपने जन्म-नक्षत्रके रहते एक हजार मुनियों सहित सम्मेदशिखरसे सिद्धिको प्राप्त हुए।
वइसाहकिण्ह चोद्दसिपच्चूसे जम्मभम्मि सम्मेदे । . णिस्से यस संपण्णो समं सहस्सेण णमिसामी ।।
-नमिनाथ स्वामी वैशाख कृष्णा चतुर्दशीके दिन प्रत्यूष कालमें अपने जन्म-नक्षत्रके रहते सम्मेदशिखरसे एक हजार मुनियों के साथ निःश्रेयस पदको प्राप्त हुए।