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Lord Hahavir Hindi-English Jon Dictionary 525
श्वेताम्बराभास लाख का मंबंध, दूध और माल का संबंध ।
उत्तर भारत में दुझि अफास पहन के कारण कुछ लिशिलादारी श्लेषमा - Heami.
मापुओं ने खोताम्बर मष की स्थापना की। Phlegm, MUCLUB
श्वेताम्बर पराजप-Svetanbara Parijaya. कमा औदारिक शरीर में अंगुलिप्रमाण लेष्मा होता।। Name of a book written by Pandi Jagannath. अलोकवार्तिक - stokaytrrika.
पंकिस जगाच (ई.सन् 1646) कृत केवलि मुक्ति नियति Namestacammentary book on Taitvarthsutra' विषयक एक रचना । Written by Acharya Vidyanandi,
श्वेताम्बर संप - Svetānixara Stuingha. आर्य उपास्वामी कृत तत्वार्थसत्र पर आचार्य विधानंदन.
Group of Shalenbar Jain saints 775-840) कृत विस्तृत रौका ।
गोपुच्छक, श्वनावर पिक, बापनीय, निभि नाभासी अमोहित-Stothita.
संप में एक सम। Nars old planet
श्वेताम्बरमास - Svetambaribhdin एक प्रह।
A kub-Aed of Shvatambar Jain group. स्वासोश्वास - 5visorchvara.
प्रेताम्बर संभ में उत्पन्न हुआ एक मत, अपरनाम किया मत या Breathing (oxhaling & Inhailng alr).
स्थानकवामी मत । बातो पवन तसेचात आती
या प्राणजोबाहर की वाय पीतर लो बाप 45 स्वास था
अंगन है। श्वेत - Sveta. The Initiation & amnisclence tarest of Lord Mellinath. तीर्थकर मल्लिनाथ का दीक्षा एवं कक्लझान बन । श्वेतपंचमी त - Svetoparineami Vrats. A particular & procedural vow (fasting). ऐसा व्रत जिसमें आगढ़, कार्तिक व कालान तीनों में से किसी भी माम में प्रारम्भ करके 6 महीनों तक प्रत्येक माम.5 का उपवान किया जानाई व विकास नमस्कार एंव का जाप किया जाना है। वेतरुधिर -Svetarudhirn. Blood having milk.cotour. one of Ihe 10excellences of the birth of Lord Anhant. असंतों के जन्म के 10 अतिशों में एक अनिशम्य, दृष के समान धपल (सफेद) रुधिर होना । श्वेतवर्ण - Svetavarpa. White colour, as a sign of mentanousness एक लौकिक मंगल, यह अहम भगवान के सक्तध्यान,
शक्ल लेश्या का प्रतीक होने में मंगल कहलाता है। एवजवल - Sveraresra.
White cloths. सफेद वस। ज्वेतवाइन - Svetavdhana. A king of Champanagarf (o city who got omNacianca. चम्पानगरी का राजा. दीक्षा धारण कर केवलज्ञान प्राप्त किया। श्वेताम्बर - Svetainihara A Jains sect originated from the division of Moolsangh Digambar) दिगम्बर मान्यतानुसार भगवान महावीर के पश्चात् मूलसंध दिगम्बर ही था। बाद में (आज से लगभग दो हजार वर्ष पूर्व)
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