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13. कैलाशपर्वत-प्रथम जैन तीर्थकर भगवान भदेव की निर्माणभूमि केलाशर्यत की आकर्षक प्रतिकृति। 4 फरवरी 2000 को लाल किला मैदान, दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री अटल विहारी बाजपेयी द्वारा इस प्रतिकृति के समक्ष निर्वाणलाडू चलाकर इसका उद्घाटन किया गया।
14. जम्बूद्वीप पुस्तकालय - प्राचीन हस्तलिखित एवं प्रकाशित लगभग 15000 ग्रथों एवं पुस्तकों के संग्रह सहित।
15. जम्यूटीप औरथालय
16. ज्ञानमती कला मंदिरम् – हस्तिनापुर के पौराणिक इतिहास को प्रदर्शित करने वाली झांकियों सहित
17. वीर ज्ञानोदय ग्रंथमाला-1972 में संस्थापित इस ग्रंथमाला द्वारा अब तक लाखों की संख्या में 200 से अधिक ग्रंथों एवं पुस्तकों के संस्करणों का प्रकाशन हो चुका है।
18. सम्यग्ज्ञान मासिक पत्रिका--यह पत्रिका 1974 से लगातार प्रकाशित हो रही है, जिसमें जैन शास्त्रों के सार रूप लेखों एवं अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं का संकलन एक स्थान पर प्राप्त होता है। ___19. जम्बूद्वीप भोजनालय-आने वाले दर्शनार्थियों को प्रतिदिन निःशुल्क शुद्ध (जैनचर्या के अनुरूप) भोजन उपलब्ध कराता है।
20. धर्मशालाएं-200 से अधिक फ्लैट, बंगले इत्यादि, जिनमें ठहरने संबंधी सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं (निःशुल्क व्यवस्था)।
21. मनोरंजन के साधन- तरह-तरह के झूले, बचों की रेल, नौका विहार, फौय्यारे, हरे-भरे लॉन, पूरे कैम्पस में घूमने के लिए ऐरावत हाथी (मोटर से संचालित), बिजली की आकर्षक व्यवस्था, सुन्दर प्राकृतिक दृश्य इत्यादि बरबस ही दर्शनार्थियों को इस भव्य रचना की तुलना 'स्वर्ग' से करने के लिए प्रेरित करते हैं। दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान द्वारा आयोजित
सामाजिक एवं शैक्षणिक कार्यक्रम अक्टूबर 1981-जम्बूद्वीप (हस्तिनापुर) स्थल पर 'जम्बूद्वीप ज्ञानज्योति सेमिनार ।
31 अक्टूबर 1982-फिक्की ऑडिटोरियम-दिल्ली में 'जम्बूद्वीप सेमिनार' जिसका उद्घाटन श्री राजीव गांधी, तत्कालीन संसद सदस्य दारा किया गया।
अप्रैल 1985- जम्बूद्वीप (हस्तिनापुर) स्थल पर 'जैन गणित और विलोक विज्ञान' विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार, जिसका उद्घाटन उ.प्र. के तत्कालीन मंत्री प्नोफेसर वासुदेव सिंह द्वारा किया गया।
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