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विश्वकोश का लघुरूप है यह शब्दकोश
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चार्य श्री सुदिक्षगणार जी यह
एक ऐसे शब्दकोश निर्माण की मेरी इच्छा लगमग 15 वर्षों से थी जिसमें जैन धर्म के विशिष्ट शब्दों का हिन्दी से अंग्रेजी में रूपान्तरण एवं अर्थ हो ताकि हिन्दी और संस्कृल में रचित प्राचीन ग्रन्थो का कोई सरलता से अग्रेजी में अनुवाद कर सके। 13 वर्ष पूर्व मैंने जे. एल. जैनी द्वारा लिखित अंग्रेजी के तत्त्वार्थसूत्र का स्वाध्याय पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी की प्रबल प्रेरणा से शुरू किया, तब भार्गव की Dictionary {English to Hindi) साथ में रखकर सभी शब्दों के अर्थ समझती थी। उस समय मैंने तत्त्वार्थसूत्र के बहुत सारे शब्दों का संकलन एक कॉपी में करके उसका अकारादि क्रम बनाया था, पुन: सर्वार्थसिद्धि टीका का अंग्रेजी अनुवाद भी देखने में आया तो पढ़कर अच्छा लगा कि कई लेखकों ने अपने अंग्रेजी ज्ञान का सदुपर्याग तो किया है। उसके बाद तो बैरिस्टर चम्पतरायजी जैन, पं. सुमेश्चन्द्र जैन दिवाकर, डॉ. माणिकचन्द जैन (खंडवा), जस्टिस जे. एल. जैनी आदि अनेक लेखकों द्वारा लिखित जैन धर्म की कई अंग्रेजी पाषा की पुस्तकें देखकर मन में बड़ा आल्हाद हुआ और यदा-कदा उनके देखने का प्रसंग भी आया तो भी मुझे हमेशा Dictionary का सहारा लेना ही पड़ता था, अत: तब भी धार्मिक शब्दों की Dictionary की आवश्यकता महसूस होती थी। स्कूल में मात्र 10 वीं कक्षा तक ही पढ़ने के कारण मेरा अंग्रेजी में कोई विशेष प्रवेश तो नहीं है किन्तु स्वरूचि के आधार पर मेरा छोटा-छोटा प्रयास इस ओर चलता रहा, यही कारण था कि सन् 1990 में मैंने सर्वप्रथम पूज्य गणिनी श्री ज्ञानमती माताजी की अंग्रेजी पूजन बनाई, सन् 1992 में भगवान महावीर की एवं सन् 1987 में भगवान ऋषभदेव की पूजन लिखी । अत्यन्त सरल एवं टूटी-फूटी अंग्रेजी में भी लिखी गई ये तीनों पूजाएँ भक्तों को बहुत पसन्द आईं जिससे मेरा उत्साह बढ़ा और आगे भी कुछ मजनों की
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