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आभार
23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ की जन्मभूमिवाराणसी में पौष कृष्णा एकादशी. 6 जनवरी 2005 को जैन समाज की सर्वोच्च साध्वी परमपूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा एवं मंगल सानिध्य में आयोजित "भगवान पार्श्वनाथ जन्मकल्याणक तृतीय सहस्राब्दि महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर विमोचित इस शब्दकोष के वितरण में श्री धन्नालाल मोहनलाल जी जैन अजमेरा, धूलियान (प. बंगाल) ने ज्ञानदानस्वरूप अपना आर्थिक सहयोग प्रदान किया, एतदर्थ संस्थान उनका आभारी है।
-सम्पादक