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संघाधिपति आचार्थों का फोटो कलैण्डर का प्रकाशन
__ ग्रन्थमाला समिति ने संघाधिपति आचार्यों का फोटो कलैण्डर प्रकाशित करवाकर इस कलैण्डर की प्रथम प्रति परम पूज्य विमल सागर जी महाराज को दिनांक 23-12-88 को सिद्धक्षेत्र श्री सोनागिरजी में भेंट की गई।
इस फोटो कलैण्डर के मध्य में जैनाचार्य परम पूज्य मुनि कुंजर समाधि सम्राट श्री 108 आचार्य आदि सागरजी महाराज (अंकलीकर) का फोटो प्रकाशित किया गया है।
इसके चारों ओर परमपूज्य श्री 108 आचार्य शान्ति सागरजी महाराज आचार्य महावीर कीर्तिजी महाराज आदि 13 प्रमुख आचार्यों के फोटो प्रकाशित किये गये हैं।
इसके नीचे श्री 105 गणिनी आर्यिका विजयमती माताजी, गणिनी आर्यिका कुलभूषण मति माताजी के फोटो प्रकाशित किये गये हैं।
इस प्रकार यह कलैण्डर बहुत ही सुन्दर तथा मनमोहक है। इसके प्रकाशन में समिति का यही उद्देश्य है कि एक ही फोटो कलैण्डर के माध्यम से सभी भव्य आत्माओं को सभी साधुओं के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हो सके। शान्ति मण्डल कल्प: (पूजा)
परम पूज्य श्री 108 आचार्य आदिसागरजी महाराज (अंकलीकर) की 46वीं पुण्य तिथि (समाधि दिवस) के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में परम पूज्य श्री 108 गणधराचार्य कुन्थुसागरजी महाराज के कर-कमलों द्वारा श्री दिगम्बर जैन मन्दिर चम्पा बाग, ग्वालियर में भारी जनसमूह के बीच दिनांक 5-3-89 को विमोचन करवाया। प्रथम पुष्प लघुविद्यानुवाद ग्रन्थ का पुनः प्रकाशन----
ग्रन्थमाला समिति द्वारा प्रथम पुष्प के रूप में प्रकाशित 'लघुविद्यानुवाद' ग्रन्थ का पुनः प्रकाशन करवाकर इस ग्रन्थ का विमोचन दिनांक 8-2-90 को बड़ौत में आयोजित मुनि दीक्षा समारोह के शुभावसर पर परम पूज्य श्री 108 गणधराचार्य कुन्थुसागरजी महाराज से करवाया गया है। यह ग्रन्थ यन्त्र, मन्त्र, तन्त्र विषय का एक मात्र सन्दर्भ ग्रन्थ है।
___ इस ग्रन्थ के द्वितीय संस्करण में विमल भाषा टीका (पद्मावती स्तोत्र वृत्याष्टक) का अध्याय यन्त्र-मन्त्र सहित और सम्मिलित करके प्रकाशित करवाया गया है जिससे अब यह