________________ भाषाटीकासहित. ६३भरतखण्डमें जौन। शुभचरित्र नर नारि हित, लिखि समुझावों तीन // 2 // . ... वीररानी. वर्तमान समय भारत वर्षमें श्रीसीता, शकुन्तला, कुन्ती, द्रौपदी आदि महारानियोंका निर्मल चन्द्रमाके समान इस जगतमें प्रकाशित हो रहा है, इसका कारण यही जान पडता है कि, इन महारानियोंके अन्तःकरणमें विद्या और सत्संग तथा समयके प्रभावसे एक अद्भुत दैवीशक्ति वर्तमान थी कि, जिससे जगतभरमें उनकी प्रतिष्ठा हुई और उदाहरण रूप उनकी कोर्तिको उस समयके कवियोंने गान करके प्रगट किया, जिससे अन्य स्त्रियां इन महारानियोंके सुलक्षणोंको पढकर सुधर जावें, वीर रानीका चरित्र परम उदार है जिसको हम अति सक्षपसे आगे लिखते हैं, जिल्ला शिकारपुरमें रोहरी नामक स्थानसे पांचमोल पूर्वसिन्धके हिन्दुराजाओंका मुख्य Ac. Gunratnasuri M.S. Jur Gun Aaradhak Tru