________________ भाषाटीकासहित. पथिवीराजने अपने नामपर विचार करके यदि आपकी रक्षा न की होती, तो आपको दक्षिण ( यमलोक ) सिधारनेके सिवाय कौनसा मार्ग था ? जब आप ऐश्वर्य मदमत्त होकर धर्मकी मर्याद तोडने लगे, 'अश्वमेधं गवालम्वं सन्यासं पल पैतृकम् / देवरेण सुतोत्पत्ति कलौ पंच विवर्जयेत्' // 1 // इस महावाक्यके विपरीत कलिवर्जित यज्ञ आरभ्म कर दिया तब राजाधिराज पृथिवीराजने अपने सरल स्वभावसे केवल एक वार धनुष की टंकोर करके आपको सचेत कर दिया,तो क्या अनुचित किया, यह सुनकर जयचंदने कहा, क्या तुम इतनाभी नहीं जानते कि युगराजासे हुवा करता है, कलियुग / कसा ? काल राजाका कारण नहीं, राजा कालका कारण है, महाभारतमें लिखा है. कालो वा कारणं राज्ञो राजा वा काल कारणम् / इति ते संशयो माभूद्राजा कालस्य कारणम् // 1 // , , , . . . ra ndarthfayde / R.P.AC.GunratmasaM.S Gun Aaradhak Trust