________________ भाषाटीकासहित. अर्थ-वही स्त्री है जो पवित्र और चतुर है, वही स्त्री है जो पतिव्रता है, वही स्त्री है जो पतिकी प्यारी है, तथा वही स्त्री है जो सत्य बोलनेवाली है // 10 // ये गुण स्त्रियोंमें विद्या के प्रभावसे होसकते हैं, और विद्याकेही प्रभाव पतिव्रतधर्मको जानकर पतिव्रता होती हैं. उत्तमस्वभाववाली स्त्री यथायोग्य सबसे प्रेम करती है और अपने पतिको देवस्वरूप मानती है. एक -युवतीका मन चंचल होते देखकर दूसरी युवती उसको समझाने लगी कि, सखि साहसिकं प्रेम दूरादपि विराजते // चकोरीनयनद्वन्द्वमानन्दयति चन्द्रमा।। - अर्थ-हे साखि ! साहसिक प्रेम दूरसेही शोभा पाता है और सर्वदा स्थिर रहता है. देखो ! चन्द्रमाको दूरहीसे देखकर चकोरी अपने दोनों नेत्रों को तृप्त करती है और आनन्दित रहती है // 9 // स्त्रियों को योग्य है कि सन्ध्या समयसे अपने चंचल Jun Gun Aaradhak Trust P.P. Ac. Guriratnasuti M.S.