________________ प्रस्ताव श्रीपाल- अरिदमन कुमार सुगंधित जलसे स्नान मंजन कर, अतर फूलेल लगा बड़िया वस्त्राभूषण ||2|| चरित्र. पहिला. में धारणकर अनेक राज-राजेश्वर, गणनायक, दंडनायक, मन्त्री, महामन्त्री, सामन्त, श्रेष्टी, सार्थ वाह आदि परिवारसे परवरित अपने निज स्थानसे विवाह मण्डपकी तर्फ रवाना हुवा; छत्र, || चामर, मुकुट आदिसे सशोभित हाथी पर आरूढ हवा भारी शोभा दे रहा है, नाना प्रकारके 5 वाजिंत्रोंकी ध्वनी गूंज रही है। इस प्रकार आडम्बरपूर्वक चलता हुवा अनेक याचकोंको दान || || देता हुवा तोरणको सर करके चवरी मण्डपमें प्रवेश किया. ... / इधर चन्द्रमुखी सुरसुन्दरी कन्याभी अलङ्कारों से अलङ्कृत होकर महदाडम्बरसे चवरी मण्डपमें प्रवेश हुई; वहांपर दोनोका परस्पर कर सम्मेलन कराकर (हथलेवा जौड़ाकर ) यज्ञ | कर्ताओंने अग्नि साक्षीसे विवाह विधि की, इस वख्त बाजिंत्रोंकी मधुर ध्वनीसे सारा राजभुवन गूंज रहा था, राजाने करमोचन के समय बहुतसा धन, धान्य, रत्न, सुवर्ण, कोष्टागार ( नगद SHIRISASIRANGAISCHE SARACELSOSI // 13 // -921306 MP.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradh