________________ श्रीपाल- // 18 // BEEGAANAGAR हुई, आज़ तक जितने हाथी-घोड़े-रथ-पेदल-धन-धान्यादि प्राप्त हुवे हैं उन सबका संग्रह कर प्रस्ताव मोटो सेनाके साथ श्रीपालजी रवाना हुवे, क्रमशः प्रतिष्ठानपुर नगरमें पहुँचे, वहांके वसुपाल राजाने / | अनेक राजाओंको सामीलकर अपने भानजे श्रीपाल कुंवरको राज्य गद्दीपर स्थापन किये-मुकुट | कुण्डल हारसे कुंवरको विजूषित किये, छत्र चामरादि राजचिन्होंसे विराजित किये, श्रीपाल नरेश इस वख्त राज्य-सिंहासन पर विराज रहे हैं, अनेक राजाओंके नेटने स्वीकारे, कुंवर है। श्रीपाल आजसे नरेन्द्र पदसे भूषित हुवे. G Ac.Gunratnasun M.S. Jun Gun Aaradhak