________________ विक्रम चरित्र वन रूप महा संकट में पड गये, और जिस के प्रभाव से सूर्य हमेशा आकाश में घूमता है, उस कर्म को सदैव नमस्कार हो. और भी कर्म ही मुख्य है, कर्मा के आगे शुभ ग्रह भी कुछ नहीं कर सकते, क्यों कि वसिष्ठ द्वारा राजगद्दी के लिये निकाला हुआ सुंदर लग्न भी श्री रामचंद्रजी को बनवास देनेवाला बना. rrin al AN Z चन्द्र वणिक बकरीयों से मारा जाता हुआ बकरे को बचाता है. चित्र नं. 23 .. हे राजन् ! तुमने पूर्व जन्म मे बकरीयों से मारे जाते --- हुए एक बकरे को दया भाव से छुडा कर उस की रक्षा का थी, इस से तुम्हारी आयु सौ वर्ष की हुई.” परमकृपाळु. गुरुदेव के मुखकमल से यह वृत्तान्त सुन कर महाराजा विक्रम जीवदया आदि कार्यो में विशेष रूप से संलग्न हुए. गुरुदत P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust