________________ साहित्यप्रेमी मुनि निरञ्जनविजय संयोजित मगावती नाम की खी थी. एक दिन भीम राजा की आज्ञानुसार चन्द्रसेन किसानों के खेतों में राज्य की हासीलानुसार का मालका बँटवारा करने गया था, उस समय खेतों के समीप में एक वृक्ष के नीचे बहुत से किसानों की भीड़ जमी हुई थी, उन्हों के बीच में एक ब्राह्मण बैठा था, वह सभी की हस्तरेखा देख देखकर भून व भविष्य के फलको बता रहा था; उस भीड़ में चन्द्रसेन जा पहूँचा, और मोका पाकर उसने भी अपना हाथ उस भविष्यवेत्ता को बताया. और फिर उससे प्रश्न किया, " मेरे भाई वगैरेह कुटुम्बी जन कितने है ? सो बताईये ?" ज्योतिषी चन्द्रसेन की हस्तरेखा देख रहे है. चित्र न. 17 Jun Gun Aaradhak Trust P.P. Ac. Gunratnasuri M.S.