________________ 380 विक्रम चरित्र यह उत्तर सुन कर महाराजाने अपने सेवकों को भेज कर नगरी के प्रमुख जौहरी लोगों को रत्न की परीक्षा के लिये बुलाया. राजाज्ञा के अनुसार सभी प्रमुख जौहरी राजसभा में उपस्थित हुए. .. महाराजाने उन जौहरी लोगों को वह रत्न दिखा कर कहा, "आप लोग इस रत्न को देखिये और ईस की परीक्षा कर ईस रत्न का मूल्य मुझे बताईये.” . काफी समय तक सभी उपस्थित जौहरी लोगोंने उस रत्न को भली भाति देखा, परन्तु कोई भी उस रत्न का मूल्य नहीं बता सका, काफी समय होने पर भी सभी को चुप देख PARAN (PE0 AN Hors / PANE AALAN PM M MJn जौहरी मणि रत्न देख रहा है. चित्र नं. 11 P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust