________________ 358 विक्रम चरित्र ANS महाराजा विक्रमने मोजडी को हृदय से लगाई. चित्र नं. 8 हैं ? यह जुति तो एक चमारिन की हैं, आप इस को शिरसे मत लगाईये." राजा सुनकर आश्चर्यचकित हो बोले, " इतनी सुन्दर और बहुमूल्य मणियों से जडित यह मोझड़ी चमारिण की हैं ? हे विप्रवर ! आप कृपा कर उस चमारिन का परिचय मुझे सुनाईये." ___ उस ब्राह्मणने कहा, "हे राजन् ! श्री रामचन्द्रजी के समय में इस स्थान पर चमार लोगों का निवास था, यहा कई चमार लोगों के मनोहर घर थे, उन चमारों में भीम नामका एक चमार रहता था. उसकी स्त्री बड़ी कर्कशा अरि दूर्वि नीता थी, जिसका नाम पदमा था, वह अपने पति से लड़ती-झगडती थी, .पति के आदेशों को भी अवज्ञा करती P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. * Jun Gun Aaradhak Trust