________________ 348 विक्रम चरित्र छोड़ दिया और किसी मोटे ताजे आदमी की खोज में निकला. ढूँढते ढूँढते उन्हें राजा का साला दिखाई दिया, मिनीml Rok NATO ट2 antahilayith theet - PHHA ज जल्लाद मोटा ताजा आदमी को ले आया. चित्र नं. 6 जो कि मोटा-ताजा था. उसे फांसी के योग्य देख बलपूर्वक पकड़ कर ले गये और शूली पर चढ़ा दिया. यह सब दृश्य विक्रमादित्य वहाँ बैठे बैठे देख रहे थे इस प्रकार इस अन्यायी राजा के न्याय को देख वे बड़े चकित हुए. . ."अविचारी नृप सचिव गणों के, देख सभी कर्तव्य यहाँ विक्रमनृपने ह्रदय से शोचा, कैसा है अन्याय यहाँ ?" P.P.AC. Gunratnasurim.s. . Jun Gun Aaradhak Trust