________________ mmmmmmmmmmmm ~ साहित्यप्रेमी मुनि निरञ्जनविजय संयोजित / र प्रातःकाल कुमारी को बाण लाने के लिये भेजी. वह मृत सिंह और बाघ के समीप गई जौर उन्हें मरा हुआ देख कर, बाण उनके शरीरमें से लेकर राजाकों दियें. राजाने उन्हें लेकर वापस अपने तूणीरभाथा में रख लिया. . . - AAR RE VOM MARAT JAIN ESS SHARENESH HD 8 Eve राजकुमारी बाण लेकर आई और राजाको देती है. चि. नं 9. राजाने कुमारी को कहा, "हे बालिके ! तुम उत्तम भद्र स्वभाववाली हो. मैंने जो यह कार्य किया है, उसे किसी के आगे. कहना नहीं.” 7 यह बात सुन कर राजकन्याः अपने मतमें विचार. करने लगी, यह कोइ. निश्चय ही एक उत्तम पुरुष है, . इस की धीर व. गंभीर वाणी से यह एक वीर पुरुष ज्ञात होता है, सिंह की भांति -- ही इस के सारे गुण मिलते है जैसे कि, : .., जि .. P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust