________________ साहित्यप्रेमी मुनि निग्अनविजय संयोजित 239 TAMIN WA Sin सिद्धसीकोत्तरी पर्वत पर इन्द्र की सभामें देवदमनीका नृत्य.... चि. नं AN SER PM SEY नृत्य देख महाराजा विस्मय प्राप्त कर मनमें सोचा, " यदि यह कन्या मेरी गृहिणी नहीं हुई तो नपुंसकं-हिजड़े के . समान मेरा जन्म व्यर्थ समजुंगा." इस तरह राजा संकल्प-विकल्प करता रहा. - इन्द्र महाराजाने देवदमनी पर प्रसन्न होकर, एक दिव्य फूलोंकी P.P:AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust